साइटोजेनेटिक्स, कैरियोटाइपिंग और एफआईएसएच में संवेदनशीलता और कौशल निर्माण

अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान रायपुर संस्थान

एम्स रायपुर के एनाटॉमी विभाग ने 13-14 जनवरी, 2025 को "साइटोजेनेटिक्स, कैरियोटाइपिंग और FISH में संवेदनशीलता और कौशल निर्माण" पर एक राष्ट्रीय CME और कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन एम्स रायपुर के माननीय कार्यकारी निदेशक और सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल ने अतिथि अतिथि डॉ. अश्विन दलाल (CDFD, हैदराबाद) के साथ किया। कार्यशाला में डॉ. कौशिक मंडल (SGPGI, लखनऊ), डॉ. दयानदेव चोपड़े (SMBT, नासिक) और डॉ. अश्विन दलाल सहित प्रतिष्ठित वक्ताओं ने भाग लिया। उन्होंने "कैरियोटाइपिंग का सार - क्रोमोसोमल विकारों की रिपोर्टिंग में चुनौतियाँ," "क्रोमोसोमल विकारों में आनुवंशिक परामर्श के सिद्धांत," और "निदान में FISH की भूमिका" जैसे विषयों पर व्यावहारिक व्याख्यान दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. मनीषा सिन्हा और डॉ. सौमित्र त्रिवेदी ने की, जबकि डॉ. अमित तिरपुड़े आयोजन सचिव थे। कार्यशाला में देश भर के चिकित्सा संस्थानों से कुल 30 प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे यह कार्यशाला बहुत सफल रही। इस कार्यक्रम ने आधुनिक निदान और अनुसंधान में साइटोजेनेटिक्स के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला, जिससे प्रतिभागियों के कौशल विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिला।